Monday, January 31, 2011

रंग ज़िन्दगी के

मायुस ना हो
ये जो तेरी ज़िन्दगी मे रंग है
ये असली है.. ये हल्के नही पडेंगे
अक्सर दीपावली पर रंग करवाते है घर मे
पर आज भी देखता हुँ, तो सोचता हुँ
इस ज़िन्दगी के दीपावली कब आयेगी
क्या कभी मेरे अरमान नये कपडे पहनेगे
आज भी समय कि फ़टी चादर औड लेता हुँ
मैं अक्सर
जिन्दगी के रंग ज्यादा अच्छे होते है
वो हल्के नही पड्ते
© Copyright  rajnishsongara


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