Wednesday, August 25, 2010

नज़र

"उन आंखो कि दरिन्दगी तो देखो
नजरे मिलती नही कि
नींद चुरा लेंती है
नींद अपना खुतबा भुल जाती है लेकीन
फ़िर भी सपनो मै ख्वाब गुफ़्त्गु किया करते है"
© Copyright  rajnishsongara

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